Wednesday, March 28, 2018

तेरे नाम...।

           तेरे नाम ये जिंदगी..।


    जिंदगी में अपनेपन और एहसासों का बड़ा काम            होता है...*
    दूसरों के गमो को जो अपनाता है वही इंसान होता        है...
    न जाने कब कोई अँधेरे मे चिराग बनकर राह दिखा        दे..
    क्योंकि मुसीबत मैं जो साथ होता है वही भगवान          होता हैं ।


    तलाश जिंदगी की थी
    दूर तक निकल पड़े,,,,
    जिंदगी मिली नही
    तज़ुर्बे बहुत मिले,;;
   किसी ने मुझसे कहा कि...
   तुम इतना *ख़ुश* *कैसे रह लेते हो?
   तो  मैंने कहा कि...
   मैंने जिंदगी की गाड़ी से...
   वो साइड ग्लास ही हटा दिये..
   जिसमेँ पीछे छूटते रास्ते और..
   बुराई करते लोग नजर आते थे ।
               
   
    सत्य को कहने के लिए किसी,
          शपथ की जरूरत नहीं होती।
    नदियों को बहने के लिए किसी,
          पथ की जरूरत नहीं होती।
    जो बढ़ते हैं जमाने में,
          अपने मजबूत इरादों के बल,
    उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए,
          किसी रथ की जरूरत नहीं होती।
                             चंद्रा भगत्


Tuesday, March 27, 2018

मेरा मन तू..।

              ख्वाहिशें ...।
 
  छोटी छोटी खुशियाँ ही तो
   जीने का सहारा बनती है ।।
   ख्वाहिशों का क्या वो तो
   पल पल बदलती है ।..


सब्र का घूंट दूसरो को पिलाना कितना आसान लगता है
ख़ुद पियो तो क़तरा क़तरा ज़हर लगता है!


 जो दिल के आईने में हो , वही है  प्यार के क़ाबिल
 वरना दीवार के क़ाबिल तो हर  तस्वीर होती है


थोड़ा थक गया हूँ  अब दूर निकलना छोड़ दिया है।
पर ऐसा  भी नही है की मैंने चलना छोड़ दिया है।।
फासले अक्सर रिश्तों में दूरी बढ़ा देते हैं।
ऐसा  भी नही कि अपनों से मिलना छोड़ दिया है।।
हाँ...ज़रा अकेला हूँ दुनिया की भीड़ में।
ऐसा नही की मैने अपनापन छोड़ दिया है।।
याद करता हूँ अपनों की परवाह भी है मन में।
 कितना करता हूँ ये बताना छोड़ दिया हैं ।
                   Yogesh joshi !

Monday, March 26, 2018

एक सच...

 एक ?
          सच क्यों  लगता है झूठा  .. मैंने पूछा ..
....      सच ने कहा .. तू कहता क्यों है सच ,
         मैंने कहा .. मन कहता है . कह दे सच ,
        सच ने कहा .मन में रख मन को. कह ना कभी सच,
       
    मैंने कहा . आता नहीं .. झूठ कहना . कैसे कहूँ झूठ,
    कहना ना कभी सच ' कह ना तू झूठ  .. देख लेना         मानेगे सब सच ..? mohan negi ..

     
     रुठे--रुठे लगते हो ,                                                  कोई तरकीब बताओ मनाने की ,,                              मै जिदंगी गिरवी रख दूंगा ,                                        तूम कीमत बताओ मुस्कराने की ,,

      बचपन कि ख्वाहिशें
      आज भी खत लिखती हैं मुझे.....
      शायद बेखबर इस बात से है की,

       वो ज़िंदगी अब,
     इस पते पर नही रहती।..........Yogesh joshi

Monday, March 19, 2018

जय माता दी..।

*जय माता दी*
माँ भगवती वैष्णो देवी के आने वाले *चैत्र* नवरात्रो की आप सभी को बहुत-बहुत बधाई🙏 और माँ भगवती की और से भौरी भौरी आशीर्वाद🙌
माँ भगवती की किस प्रकार से पूजा ,चोला और भोग मैने सभ कुछ साथ साथ लिख दिया है
🌹🌹🌹🌹🌹 *माँ भगवती के नवरात्रे*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
18 मार्च 2018
शुभ दिन रविवार

1.      *पहला  नवरात्रा* ,18-03-2018 रविवार, माँ शैलपुत्री जी,
चोला (मैरुन). भोग (सफेद चीजें, या गांय के घी से बनी). यह सब करने से, सभी प्रकार के रोगो से मुक्ति मिल जाती है.

2.      *दूसरा  नवरात्रा*,19-03-2018 सोमवार,
माँ बर्मचारणी जी,
चोला (सफ़ेद).भोग (मिश्री, चिनी, पँचामरित भोग (लोंग, ईलाईची, सुपारी, सात पान के पत्ते, मिश्री.),और दान करने से लम्बी आयु होती है.

3.      *तीसरा नवरात्रा*, 20-03-2018, मंगलवार,
माँ चंद्रधणटा जी,
चोला (केसरी), भोग (दूध और उससे बनी चीजें) दान करने से माँ भगवती खुश होती है और दुःखो का नाश करती है .

4.     *चौथा नवरात्रा* 21-03-2018, बुधवार,
माँ कुष्मांडा जी,
चोला (रानी) ,भोग खीर और मालपुएँ का भोग, बरामण को दान करने से और खुद भी खाने से , बुध्दि का विकास होता है.

5.    *पाचँवा नवरात्रा*, 22-03-2018, वीरवार,
माँ सकंदमाता जी,
चोला (पीला),भोग केले का भोग ,पाँच भिखारीयों को  केले दान करने से ,शरीर सवचछ होता है.

6.       *छटा नवरात्रा*, 23-03-2018, शुक्रवार,
माँ कात्यानी देवी,
चोला (नेवी ब्लू), भोग मघु (शहद) का भोग लगाने से,  साधक सुंदर रूप परापत होता है .
     
7.         *सतवां नवरात्रा* 24-03-2018, शनिवार ,
माँ कालरात्रि जी ,
चोला (हरा) , भोग (गुड़ और चना) का भोग लगाने से मनुष्य शेकमृत्क होता है .

8.        *माँ भगवती की अष्टमी* और *नवमी*,25-03-2018,शनिवार,
माँ वैष्णोवदेवी, माँ माहागौरी जी,माँ सिधीदात्री जी
चोला (लाल) ,भोग (नारियल और चना पुडी़ )का भोग लगाने से माँ भगवती सबकी मनोकामना पूर्ण करती है और जीवन में सुख शांति मिलती है !!
🕉 *नवरात्रे समाप्त* 🕉
माँ भगवती वैष्णो देवी जगदम्बा आप सभी को ख़ुशीयां दे करे, आपकी जीवन यात्रा को सार्थक करे, आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करे, सब के शब्द मनोरथ पूर्ण करे, आप सभी का मंगल ही मंगल करे !!
🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉
*इस बार*
अष्टमी और नवमी एक ही दिन है
*विशेष*
*नवरात्रि में दुर्गा बीसा यंत्र खुद ही शक्तिपात करे*

Sunday, March 18, 2018

तुझ से है राफता...

     मेरी ...रानी...

1-हम होंगे नहीं तो बोलेगा कौन,
   हम होंगे नहीं तो हँसायेगा कौन,
   हम होंगे नहीं तो रुलायेगा कौन,
   हम होंगे नहीं तो ...हम होंगे नहीं तो,
   तुम इतनी खूबसूरत हो ये बतायेगा कौन !


2-कुछ इस तरह आँखों में छा गयी है 
   तेरी तस्वीर ,
   जहाँ भी देखूँ बस तू ही नजर आती है।


3-शब्दों से कहा मैने जा कुछ कह के आ 
   मेरे दिलबर को,
   कुछ मत सुनना बस सुना के आना मेरा हाल
   दिलबर को,
   शब्द हंसा कहकहा लगा कर फिर बोला धीरे से -          जितना तू बेचैन है उतना तो वह याद भी
   नहीं करता तूझे।Mohan negi

Friday, March 16, 2018

एक सोच...।


1-"सदका" भी दे दिया, नज़र भी उतार दी!
दौलत सुकूनों चैन की सब मुझपे वार दी,
मैंने कल शाम बस यूँ ही
 कहा! कि तबियत खराब है,
"माँ" ने पूरी रात दुआओं में गुज़ार दी।

   2-.  एक खूबसूरत सोच
रखा करो नजदीकियां ज़िन्दगी का कुछ भरोस नहीं...
फिर मत कहना चले भी गए और बताया तक नहीं.  !
         
3- बहुत ग़जब का नज़ारा है इस अजीब सी दुनिया का, लोग सब कुछ बटोरने में लगे हैं खाली हाथ जाने के लिये..!
   
4- " वक्त " कहता है
   मैं फिर न आऊंगा,
   मुझे खुद नहीं पता
तुझे हसाऊंगा या रुलाऊंगा,
जीना है तो इस पल को जी ले,
             "क्योंकि"
मै किसी भी हाल में इस पल को,
 अगले पल तक रोक न पाऊंगा।

5-फितरत किसी की
ना आजमाया कर...ऐ जिंदगी।
हर शख्स अपनी हद में..
बेहद लाजवाब होता है...!!
                       चंद्रा भगत् ।

Tuesday, March 13, 2018

यूँ ही..।

                   

                     यूँ ही ..

   खटखटाते रहिए दरवाजा एक दूसरे के
   मुलकातें ना सही,रिश्तो मे  आहटें आती
   ही रहनी चाहिए,

  यहाँ हर किसी को, दरारों में झाकने की आदत है,
  दरवाजे खोल दो,यकीन मानिए कोई पूछने भी नहीं       आएगा।
  
  याददाश्त का कमज़ोर होना बुरी बात नहीं है जनाब
  बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हे हर बात याद रहती        है।
  रुकावटें तो सिर्फ ज़िंदा इंसान के लिए हैं,
  मय्यत के लिए तो सब रास्ता छोड़ देते हैं।

   दौड़ने दो खुले मैदानों में नन्हे कदमों को,,, साहब,      ज़िन्दगी बहुत भगाती है बचपन गुजर जाने के बाद,
                                 चंद्रा भगत्

Monday, March 12, 2018

बस यूँ ..तुम से...

1- मंजिल यूँ ही नहीं मिलती राही को
    जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है,
    पूछा चिड़िया से कि घोसला कैसे बनता है   
    वो बोली कि तिनका तिनका उठाना पड़ता है।

2- सिर्फ शब्दों से न करना, किसी के 
     वजूद की पहचान,
    हर कोई, उतना कह नहीं पाता,
    जितना समझता और महसूस करता है!

3- "वक़्त हँसाता है वक़्त रुलाता है,
    वक़्त ही बहुत कुछ सिखाता है,
    वक़्त की कीमत जो पहचान ले
    वही मंज़िल को पाता है,
    खो देता है जो वक़्त को
    जीवन भर पछताता है,
    क्योंकि गुजरा हुआ वक़्त
     कभी लौटकर नहीं आता है।"

4- मुस्कुराने के मकसद न ढूँढो, वर्ना जिन्दगी
    यूँ ही कट जाएगी.
    कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देखो, आपके साथ साथ
   जिन्दगी भी मुस्कुरायेगी !
                          चंद्रा भगत्

Sunday, March 11, 2018

अपनी जिंदगी को एक कविता....।

                     भाग -2
 अपनी जिंदगी को एक  कविता में कहूँ तो कैसे
,....... रोज -रोज स्कूल जाना . रास्तों में दौड़ -दौड़ कर जाना
........ सबसे पीछे पीछे लगना .घन्टीं लगाने दौड़ कर जाना
अपनी जिंदगी को एक ....
........अब तो समझ बढ़ने लगी उम्र  भी आगे चलने लगी .
........पढ़ना मन लगा कर . कुछकरने की चाह जगने लगी
अपनी जिंदगी को एक कविता में ......
.......भारी झोला कांधे में रख कर दौड़ -दौड़ स्कूल जाना .
.......छुट्टी हो तो  सबसे पहले दौड़-दौड़ घर आना
अपनी जिंदगी को एक कविता.....!
                                  मोहन नेगी   

Saturday, March 10, 2018

मुझे ही... पाओगे..।

               

                    बस तुम हो ..।

*एक दिन हम जुदा हो जायेंगे*
          *ना जाने कहाँ खो जायेंगे*

*तुम लाख पुकारोगे हमको*
          *पर लौट कर हम ना आयेंगे*

*थक हार के दिन के कामों से*
          *जब रात को सोने जाओगे*

*जब देखोगे अपने फोन को*
          *पैगाम मेरा ना पाओगे*

*तब याद तुम्हें हम आयेंगे*
          *पर लौट के ना आ पायेंगे*

*इक रोज ये रिश्ता छूटेगा*
          *फिर कोई न हम से रूठेगा*

❉━✠ ✥ ✠━❉

*पर हम ना आँखें खोलेंगे*
          *तुम से कभी ना बोलेंगे*

*आखिर उस दिन तुम रो दोगे*
          *एे दोस्त मुझे तुम खो दोगे*
                               चंद्रा भगत्
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Thursday, March 8, 2018

कुछ तो कर जायेंगे।


         जिंदगी  सुंदर  है  पर मुझे.
               जीना  नहीं  आता,
         हर  चीज  में  नशा  है  पर मुझे.
               पीना  नहीं  आता,
         सब   मेरे  बिना  जी  सकते  हैं,
         र्सिफ  मुझे अपनों के  बिना....
                जीना  नहीं  आता..!

        मुस्कुराने की आदत भी कितनी                                     महेंगी पड़ी हमको..!
      भुला दिया सबने ये कहकर की तुम तो                             अकेले भी खुश रह लेते हो !

        जिसे निभा न सकूँ,
                   ऐसा वादा नहीं करता,
         मैं बातें अपनी हद से,
                     ज्यादा नहीं करता..!

        तमन्ना रखता हूं,
                 आसमान छू लेने की,
       लेकिन औरो को गिराने का,
                कभी इरादा नहीं रखता!

            चलो चाँद का.,
                 किरदार अपना लें....
           दाग़ अपने पास रखें.,
                और रौशनी फैला दें....!
                                            चंद्रा भगत।

Friday, March 2, 2018

रंग..।

      तेरे रंग में.।
मैं रंग गया हूँ तेरे रंग मैं,
रंग होतेहैं अजीब अपने रंग मैं ,
रंग मिल जाते हैं इक तो ,
रंग हो जाते हैं हसीन रंग मैं ,
.......रंगों को छेडों नहीं ,,,,,,,,,नहीं तो,
......कभी खुद रंग जाओगे  इन्हीं रंगों में !  मोहन नेगी

इस बार होली ऐसी मनाऊँगा,
 खुद को करके काला पीला,
तेरी गली पहुँच जाऊँगा..
तू सोचती रह जाएगी,
और तेरे भाई के सामने तुझे रंग लगा जाऊँगा…. Mohan negi