Monday, March 12, 2018

बस यूँ ..तुम से...

1- मंजिल यूँ ही नहीं मिलती राही को
    जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है,
    पूछा चिड़िया से कि घोसला कैसे बनता है   
    वो बोली कि तिनका तिनका उठाना पड़ता है।

2- सिर्फ शब्दों से न करना, किसी के 
     वजूद की पहचान,
    हर कोई, उतना कह नहीं पाता,
    जितना समझता और महसूस करता है!

3- "वक़्त हँसाता है वक़्त रुलाता है,
    वक़्त ही बहुत कुछ सिखाता है,
    वक़्त की कीमत जो पहचान ले
    वही मंज़िल को पाता है,
    खो देता है जो वक़्त को
    जीवन भर पछताता है,
    क्योंकि गुजरा हुआ वक़्त
     कभी लौटकर नहीं आता है।"

4- मुस्कुराने के मकसद न ढूँढो, वर्ना जिन्दगी
    यूँ ही कट जाएगी.
    कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देखो, आपके साथ साथ
   जिन्दगी भी मुस्कुरायेगी !
                          चंद्रा भगत्

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