एक सच...
एक ?
सच क्यों लगता है झूठा .. मैंने पूछा ..
.... सच ने कहा .. तू कहता क्यों है सच ,
मैंने कहा .. मन कहता है . कह दे सच ,
सच ने कहा .मन में रख मन को. कह ना कभी सच,
मैंने कहा . आता नहीं .. झूठ कहना . कैसे कहूँ झूठ,
कहना ना कभी सच ' कह ना तू झूठ .. देख लेना मानेगे सब सच ..? mohan negi ..
रुठे--रुठे लगते हो , कोई तरकीब बताओ मनाने की ,, मै जिदंगी गिरवी रख दूंगा , तूम कीमत बताओ मुस्कराने की ,,
बचपन कि ख्वाहिशें
आज भी खत लिखती हैं मुझे.....
शायद बेखबर इस बात से है की,
वो ज़िंदगी अब,
इस पते पर नही रहती।..........Yogesh joshi
सच क्यों लगता है झूठा .. मैंने पूछा ..
.... सच ने कहा .. तू कहता क्यों है सच ,
मैंने कहा .. मन कहता है . कह दे सच ,
सच ने कहा .मन में रख मन को. कह ना कभी सच,
मैंने कहा . आता नहीं .. झूठ कहना . कैसे कहूँ झूठ,
कहना ना कभी सच ' कह ना तू झूठ .. देख लेना मानेगे सब सच ..? mohan negi ..
रुठे--रुठे लगते हो , कोई तरकीब बताओ मनाने की ,, मै जिदंगी गिरवी रख दूंगा , तूम कीमत बताओ मुस्कराने की ,,
बचपन कि ख्वाहिशें
आज भी खत लिखती हैं मुझे.....
शायद बेखबर इस बात से है की,
वो ज़िंदगी अब,
इस पते पर नही रहती।..........Yogesh joshi
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