कंटेंट राइटिंग कैसे करें
एक अच्छा कंटेंट राइटर बनने के लिए पढ़ें ये 11 टिप्स
कंटेंट राइटिंग एक ऐसी कला है जो की काफी पुराने समय से चली आ रही है. वो ऐसे कि पुराने समय में जब किसी भी इंसान को अपनी बात कहीं और पहुंचनी होती थी तो वो लेटर के द्वारा पहुंचाई जाती थी और लेटर यानि खत में सारी बातों को शब्दों में लिख कर बताया जाता है जिसे हम उस लेटर का कंटेंट कहते हैं. आज के दौर में जब इंटरनेट की पहुँच दूर-दूर तक है वैसे में कंटेंट राइटिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण विकल्प बना है अपनी बात लोगों तक पहुँचाने का. साथ ही अगर आप भी कंटेंट राइटिंग करना चाहते हैं तो आपके अंदर भी कुछ अच्छे गुण होने चाहिए.
तो अब बात करते हैं कि कंटेंट राइटर बनने के लिए आप में क्या गुण होने चाहिए. एक अच्छे कंटेंट राइटर को किसी भी टॉपिक पर यूनिक और प्रभावित करने वाला कंटेंट लिखना आना चाहिए. कंटेंट राइटिंग एक ऐसा जॉब है जिसमे आपको पता होना चाहिए कि आपके टॉपिक से जुड़ा कंटेंट किस सीमा में होना चाहिए और ये एक ऐसा पॉइंट है जो आपको बाकियों से बेहतर कंटेंट राइटर बना सकता है. तो आज हम 11 ऐसे टिप्स के बारे में बात करेंगे जो आपके कंटेंट राइटिंग स्किल्स को बढ़ने के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
अगर आपको लगता है कि आपमें पहले से ही वो गुण है जो एक बेहतरीन कंटेंट राइटर बनाता/बनाती है, तो आइये खेलते है क्विज और देखते है आपका स्कोर कैसा रहता है
एक सफल कंटेंट राईटर बनने के लिए 11 स्किल्स-
1. अपने पाठकों को पहचाने
कम्युनिकेशन हमेशा दो लोगों के बीच होती है. अगर आप अपनी बात लोगों तक पहुँचाना चाहते हैं तो आपको ये भी ध्यान रखना बहुत जरुरी है कि आपकी ऑडियंस आपसे क्या सुनना चाहती है. अगर आप ध्यान नई रखेंगे कि आप अपनी बात किन लोगों तक पहुँचाना चाहते हैं या आपकी ऑडियंस कौन है तो ये एक तरह से बिना उद्देश्य के आगे बढ़ने जैसी बात हो जाएगी. इसीलिए ये जरुरी है के आप एक मार्केटर की तरह अपने ऑडियंस के बारे में रिसर्च करें अपने ऑडियंस की जरूरतों को समझने के बाद ही आप अपने कंटेंट को उसी तरह लिखें.
उदाहरण के लिए कहा जाये तो अगर आप शाकाहारी फ़ूड प्रेफर करने वाले ऑडियंस को मांसाहारी खाने के बारे में बताएँगे तो ये एक बहुत बड़ी भूल होगी क्योंकि शाकाहारी खाने वाले मांसाहारी खाने में कभी इंटरेस्ट नहीं दिखाएंगे. इसलिए ये जानना जरुरी है कि आपकी ऑडियंस क्या है ताकि आपका कंटेंट सिर्फ पढ़ा ही न जाये बल्कि आगे शेयर भी हो.
2. अपने पाठकों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क में रहें
ये एक काफी महत्वपूर्ण है किसी भी अच्छे राइटर के लिए और इस फैक्टर को आप खुद भी टेस्ट करके देख सकते हैं. हमेशा कोशिश करें कि अपने पाठक के साथ आपका एक व्यक्तिगत सम्पर्क भी बना रहे. अगर आप कोई आर्टिकल लिख रहे हैं जहाँ स्कोप है कि आप अपने पाठकों से सीधे या पर्सनल टच के साथ बात कर सकें. जहाँ आप “मैं” या “हम” शब्द का उपयोग कर सकें तो आपके आर्टिकल की क्वालिटी बेहतर हो जाएगी. इससे आपके पाठक आपसे जुड़े रहना चाहेंगे और आपके और आपके पाठकों के बीच एक अच्छा रिलेशन बना रहेगा.
3. अच्छे से रिसर्च करें
कंटेंट के टॉपिक को तय करना एक अच्छा पॉइंट है. अगर आपके अंदर अच्छे से रिसर्च रिसर्च स्किल और एनालिटिकल स्किल है तो आपका एक अच्छा और सफल कंटेंट राइटर बनने के विकल्प बढ़ जाते हैं. कंटेंट राइटिंग में रिसर्च एक काफी महत्वपूर्ण बात है. रिसर्च से ही आप पता कर सकते हैं कि पाठकों की डिमांड क्या है और आपकी ऑडियंस क्या जानना चाहती है या ऐसा कौनसा थीम है जिसपर आपको आगे बात करने की जरुरत है.
4. सही और अच्छे कंटेंट लिखें
एक ऑल इन वन कंटेंट राइटर बनने के लिए आपको हर ट्रेंड के साथ खुद को अनुकूल बनाना जरूरी है चाहे वो न्यूज़ हो या सोशल मीडिया और आपको उस टॉपिक या केटेगरी पर लिखना आना चाहिए. पाठक वेब पर योग्य और किसी से जोड़ने या अच्छी जानकारी वाली कहानियां या आर्टिकल ढूंढ़ते हैं. इसलिए एक अच्छी स्किल वाले कंटेंट राइटर को ऐसे कंटेंट तैयार करने चाहिए जो पाठकों को जोड़ें रखें.
5. अच्छे आइडिया बनाएं
आज के दौर में नए और इंटरेस्टिंग आइडियाज तैयार करना सबसे बड़ी चुनौती हैं. एक अच्छा कंटेंट राइटर होने के नाते आपको पाठकों को ट्रिगर और अटेंशन ग्रैब करने वाला कंटेंट बनाना आना चाहिए. लेकिन अपने आइडियाज को प्रेजेंट करने में डरें नहीं.
विचार-मंथन करते रहे और विश्लेषण करें कि कौनसे ब्लॉग्स या आर्टिकल्स हैं जो पाठकों ने सबसे ज्यादा पसंद किये हैं और कौनसे कंटेंट सबसे ज्यादा वायरल हुए हैं. और उसके बाद आप वैसे ही कंटेंट और फॉर्मेट को उपयोग कर सकते हैं ताकि आगे आने वाले ब्लॉग्स या आर्टिकल को भी उतनी ही वैल्यू एंड रीच मिले.
6. कंटेंट को यूनिक बनाये
आपका कंटेंट यूनिक होना ही आपके कंटेंट को अच्छा बनाता है. यूनिक होना एक आवश्यक क्वालिटी है सिर्फ इसलिए नहीं क्योंकि ये एक रीडर की डिमांड होती है. इसलिए भी क्योंकि ये एसईओ के लिए भी जरूरी है. साथ ही ये आपके कंटेंट की क्वालिटी बढ़ाता है. डुप्लीकेट कंटेंट पोस्ट करने पर गूगल आपके कंटेंट को पहचान लेता है और प्लगीरिज्म की प्रॉबलम आ जाती है जिसका रिजल्ट हो सकता है कि आपको पेनल्टी देनी पड़े. सिर्फ इतना ही नहीं अगर आपने किसी के ट्रेडमार्क एंड कॉपीराइट से जुड़ी किसी कंटेंट को कॉपी किया तो उससे आप लीगल प्रोब्लम में भी फंस सकते है.
7. कड़ियों को जोड़ें रखें
एक प्रोफेशनल कंटेंट राइटर को अपने कंटेंट को कनेक्ट करके रखना आना चाहिए. हर सब हैडिंग के कंटेंट को उसके पहले हैडिंग के कंटेंट के साथ जोड़े रखना उन दोनों सब कंटेंट में एक फ्लो बनाये रखना बहुत जरुरी है. ये काफी महत्वपूर्ण है ताकि पाठक आपके कंटेंट से इंटरेस्ट लूज न करें. मान लीजिये इस आर्टिकल में अगले पॉइंट में खाना बनाने के बारे में बात करें तो आप निश्चित रूप से पेज से बाहर चले जाओगे.
8. सोर्सिंग इन्फोर्मेशन और साइटेशन
पाठक आपके कंटेंट पर तभी विश्वास करेंगे जब आप सही जानकारी प्रदान करेंगे. ऐसा तभी होता है जब आप साथ में सोर्स भी देते है. तो ऐसे में ध्यान रखें कि आप उस सोर्स को अपने उस स्पेसिफिक कंटेंट के लिए टैग जरूर करें.
9. प्रश्न और उत्तरों से यूजर को बनाये रखें
कंटेंट को दो तरीकों से प्रोवाइड करने पर आप अपने यूजर के साथ एक इंटरेक्शन बना सकते है. ऐसे कंटेंट को पढ़ने पर पाठकों को ऐसा लगता है जैसे राइटर उससे सीधे बात कर रहा हो और वही कारण है कि यूजर आपके कंटेंट के साथ जुड़े रहना चाहेगा.
इसके अलावा कमेंट ऑप्शन को हमेशा खुला रखें और ये अपनी आदत में रखें कि हर कमेंट को आप पढ़ें और उनका जवाब दें. कई बार ऐसा होगा कि आपको कमेंट में तारीफ मिलेगी और कई बार आपको आलोचना का भी सामना करना पड़ेगा. एक अच्छे कंटेंट राइटर होने के नाते आपका काम है कि हर ओपिनियन को एक्सेप्ट करें और उनको विश्लेषित करें. ऐसा हो सकता है कि वही आलोचक आपके राइटिंग स्किल्स को और इम्प्रूव कर दें. और अगर कोई आपकी तारीफ करें तो उन्हें धन्यवाद जरूर कहें.
10. SEO, HTML, CSS और वर्डप्रेस की जानकारी रखें
जानकारी यानि एक बेसिक लेवल की जानकारी होनी चाहिए इसलिए परेशान न हों. वर्डप्रेस के थीम्स में अलग-अलग लेवल के आटोमेटिक फंक्शन्स होते हैं जैसे कीवर्ड्स को ऑप्टिमाइज़ करना अपने आर्टिकल का टाइटल तय करना, वर्ड लिमिट और SEO चेक करना इत्यादि. जहाँ आप जरूरत के अनुसार अपने कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं. इसके अलावा थोड़ी बहुत html में बदलाव या CSS को भी वर्डप्रेस के जरिये मैनेज किया जा सकता है.
इसके अलावा SEO की अपडेटेड नॉलेज होना जरुरी है. सर्च इंजन अल्गोरिथ्म्स निरंतर बदलते रहते है और एक राइटर होने के नाते आपको सर्च इंजन के अपडेट की जानकारी होनी चाहिए. आपके कंटेंट की रैंकिंग के लिए भी कंटेंट का SEO ऑप्टीमाइज़्ड होना जरुरी है.
11. कंटेंट का प्रूफरीड जरूर करें
प्रूफरीडिंग का मतलब होता है किसी भी कंटेंट को लिखने या बनाने के बाद जांच करना कि कहीं उस आर्टिकल में कोई गलती या कमी तो नहीं रह गयी है. किसी भी कंटेंट राइटर के लिए ये एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्टेप होता है. लिखने के फ्लो में ऐसा हो सकता है कि कभी कुछ शब्द या वाक्य सही न लिखा गया हो. हो सकता है उनका वो मतलब न आ रहा हो जो कि आप एक्सप्रेस करना चाह रहे हों. ऐसे में आपके कंटेंट की क्वालिटी गिर जाएगी और आपके आर्टिकल से पाठकों का भरोसा भी उठ जायेगा.
इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि एक आर्टिकल लिखने के बाद उसे अपलोड करने से पहले प्रूफ़रीड जरूर करें. प्रूफ़रीड करने से एक तो आपको आपकी गलतियों का पता चल जायेगा और दूसरा एक यूजर होने के नाते आप पढ़ पाएंगे कि वो आर्टिकल आपके यूजर पर कैसा इम्प्रैशन छोड़ेगी. इन सारी चीज़ों के बाद भी एक सक्सेसफुल और वर्ल्ड वाइड अक्सेप्टबले कंटेंट राइटर बनने के लिए आपका यह मकसद होना चाहिए कि अपने आर्टिकल को पढ़कर यूजर्स की नॉलेज अच्छी हो. जैसे इस आर्टिकल को लिखने के पीछे यही मोटिव है कि आप कैसे अपने कंटेंट राइटिंग क्वालिटीज़ को विकसित कर सकते हैं और यही कारण है के एक पाठक होने के नाते आप इस आर्टिकल को अभी तक पढ़ रहे हैं.
अच्छे और रिलेवेंट कंटेंट के बिना कोई भी वेबसाइट या ब्लॉग अधूरा है और एक अच्छे कंटेंट को बेहतरीन तरीके से प्रेजेंट करने पर आपकी वेबसाइट या ब्लॉग पर चार चाँद लग जायेंगे क्योंकि करंट सिनेरियो में हर कोई अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को सर्च इंजन पर रैंक करवाना चाहता है और ऐसे में अगर आप में एक बेहतरीन कंटेंट लिखने की क्वालिटी है तो आप हमेशा डिमांड में रहेंगे.
तो आप को पता चल गया होगा की कंटेंट रइटिंग कैसे करते हैं और किस प्रकार से आप अपने काम को कैसे सीख सकते हैं। आप को मेरा ये लेख कैसा लगा जरूर बताना और प्लीज कमेंट करें।
मोहन नेगी
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