मेरी जिन्दगी....
सीख लो जिंदगी...से..
*हर पल मुस्कुराओ,* *बड़ी* *“खास”*
*है जिंदगी…!*
*क्या सुख क्या दुःख ,बड़ी “आस”*
*है जिंदगी… !*
*ना शिकायत करो .ना कभी*
*उदास हो.*
*जिंदा दिल से जीने का “अहसास”*
*है जिंदगी…..!!*
*ख़ुशी जल्दी में थी रुकी नहीं,*
*ग़म फुरसत में थे - ठहर गए...!*
*"लोगों की नज़रों में फर्क अब भी नहीं है ....*
*पहले मुड़ कर देखते थे ....*
*अब देख कर मुड़ जाते हैं*
*आज परछाई से पूछ ही लिया*
*क्यों चलती हो , मेरे साथ*
*उसने भी हँसके कहा-*
*दूसरा कौन है तेरे साथ ।
चंद्रा भगत् ।
*हर पल मुस्कुराओ,* *बड़ी* *“खास”*
*है जिंदगी…!*
*क्या सुख क्या दुःख ,बड़ी “आस”*
*है जिंदगी… !*
*ना शिकायत करो .ना कभी*
*उदास हो.*
*जिंदा दिल से जीने का “अहसास”*
*है जिंदगी…..!!*
*ख़ुशी जल्दी में थी रुकी नहीं,*
*ग़म फुरसत में थे - ठहर गए...!*
*"लोगों की नज़रों में फर्क अब भी नहीं है ....*
*पहले मुड़ कर देखते थे ....*
*अब देख कर मुड़ जाते हैं*
*आज परछाई से पूछ ही लिया*
*क्यों चलती हो , मेरे साथ*
*उसने भी हँसके कहा-*
*दूसरा कौन है तेरे साथ ।
चंद्रा भगत् ।