सपने.. मेरे
मेरे अपने....सपने...।
*सपने वो होते हें*
*जो सोने नही देते*
*और अपने वो होते है*
*जो रोने नही देते !*
*प्यार इंसान से करो उसकी आदत से नही*
*रुठो उनकी बातो से*
*मगर उनसे नही...*
*भुलो उनकी गलतीया*
*पर उन्हें नही*
*क्योकि*
*रिश्तों से बढकर कुछ भी नही*
*खामोश चहरे पर*
*हजारो पहरे होते है,*
*हँसती आँखों में भी*
*जख्म गहरे होते है,*
*जिनसे अक्सर*
*रूठ जाते है हम,*
*असल में उनसे ही*
*रिश्ते ज्यादा गहरे होते है .*
*ये दोस्ती का बंधन भी*
*बडा अजीब है...*
*मिल जाए तो बातें लंबी....*
*बिछड जाए तो यादें लंबी....*
‼ *आपका दिन शुभ हो* ‼
चंद्रा भगत्
*सपने वो होते हें*
*जो सोने नही देते*
*और अपने वो होते है*
*जो रोने नही देते !*
*प्यार इंसान से करो उसकी आदत से नही*
*रुठो उनकी बातो से*
*मगर उनसे नही...*
*भुलो उनकी गलतीया*
*पर उन्हें नही*
*क्योकि*
*रिश्तों से बढकर कुछ भी नही*
*खामोश चहरे पर*
*हजारो पहरे होते है,*
*हँसती आँखों में भी*
*जख्म गहरे होते है,*
*जिनसे अक्सर*
*रूठ जाते है हम,*
*असल में उनसे ही*
*रिश्ते ज्यादा गहरे होते है .*
*ये दोस्ती का बंधन भी*
*बडा अजीब है...*
*मिल जाए तो बातें लंबी....*
*बिछड जाए तो यादें लंबी....*
‼ *आपका दिन शुभ हो* ‼
चंद्रा भगत्