तलास..
खुद की तलास..
1: *किसी को खुश करने का*
*मौका मिले तो खुदगर्ज ना बन जाना*
*बड़े नसीब वाले होते है वो,*
*जो दे पाते है मुस्कान किसी चेहरे पर*
*दूध का सार है मलाई मे*
*और जिंदगी का सार है भलाई में*
*न जाने कौन सी शोहरत पर आदमी को नाज है,*
*जबकि आखरी सफर के लिए भी आदमी औरों का मोहताज है*
2.कौन कहता है तन्हाई अच्छी नहीं होती ...
खुद को जानने का,
ये सबसे हसीन मौका होता है..!!
3. *तलाश जिंदगी की थी* *दूर तक निकल पड़े,,,,* *जिंदगी मिली नही* *तज़ुर्बे बहुत मिले,;;* *किसी ने मुझसे कहा कि...* *तुम इतना *ख़ुश* *कैसे रह लेते हो?* *तो मैंने कहा कि...*. *मैंने जिंदगी की गाड़ी से...* *वो साइड ग्लास ही हटा दिये...* *जिसमेँ पीछे छूटते रास्ते और..* *बुराई करते लोग नजर आते थे..* ""सदा मुस्कुराते रहिये""
Mohan negi
1: *किसी को खुश करने का*
*मौका मिले तो खुदगर्ज ना बन जाना*
*बड़े नसीब वाले होते है वो,*
*जो दे पाते है मुस्कान किसी चेहरे पर*
*दूध का सार है मलाई मे*
*और जिंदगी का सार है भलाई में*
*न जाने कौन सी शोहरत पर आदमी को नाज है,*
*जबकि आखरी सफर के लिए भी आदमी औरों का मोहताज है*
2.कौन कहता है तन्हाई अच्छी नहीं होती ...
खुद को जानने का,
ये सबसे हसीन मौका होता है..!!
3. *तलाश जिंदगी की थी* *दूर तक निकल पड़े,,,,* *जिंदगी मिली नही* *तज़ुर्बे बहुत मिले,;;* *किसी ने मुझसे कहा कि...* *तुम इतना *ख़ुश* *कैसे रह लेते हो?* *तो मैंने कहा कि...*. *मैंने जिंदगी की गाड़ी से...* *वो साइड ग्लास ही हटा दिये...* *जिसमेँ पीछे छूटते रास्ते और..* *बुराई करते लोग नजर आते थे..* ""सदा मुस्कुराते रहिये""
Mohan negi