Friday, October 5, 2018

तलास..

     खुद की तलास..

1: *किसी को खुश करने का*

*मौका मिले तो खुदगर्ज ना बन जाना*

*बड़े नसीब वाले होते है वो,*

*जो दे पाते है मुस्कान किसी चेहरे    पर*

*दूध का सार है मलाई मे*

*और जिंदगी का सार है भलाई में*

*न जाने कौन सी शोहरत पर आदमी को नाज है,*

*जबकि आखरी सफर के लिए भी आदमी औरों का मोहताज है*

2.कौन कहता है तन्हाई अच्छी नहीं होती ...

खुद को जानने का,

ये सबसे हसीन मौका होता है..!!

3. *तलाश जिंदगी की थी* *दूर तक निकल पड़े,,,,*  *जिंदगी मिली नही* *तज़ुर्बे बहुत मिले,;;*  *किसी ने मुझसे कहा कि...* *तुम इतना *ख़ुश* *कैसे रह लेते हो?* *तो  मैंने कहा कि...*. *मैंने जिंदगी की गाड़ी से...* *वो साइड ग्लास ही हटा दिये...* *जिसमेँ पीछे छूटते रास्ते और..* *बुराई करते लोग नजर आते थे..*                        ""सदा मुस्कुराते रहिये""



                         Mohan negi

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