नहीं......।
नहीं कभी नहीं
बन के अजनबी मिले थे जिन्दगी के सफर में,
इन यादों के लम्हों को मिटायेंगे नही,
अगर याद रखना फितरत है आपकी,
तो वादा है हम भी आपको कभी भुलायेंगे नही
उन्होंने अपना कभी बनाया ही नहीं,
झूठा ही सही प्यार दिखाया ही नहीं,
गलतियां अपनी हम मान भी जाते,
पर क्या करें कसूर हमारा हमें बताया ही नहीं.
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