कुछ तो हैं तूझ से राफता..।
कुछ कहूँ क्या..
1-: पलकों में कैद कुछ सपने हैं,
कुछ बेगाने और कुछ अपने है,
ना जाने क्या कशिश है इन ख्यालो में,
कुछ लोग दूर हो के भी कितने अपने है.
2-: कोशिश करो कि ज़िन्दगी का हर लम्हा अच्छे से अच्छा गुजरे,
क्योंकि जिंदगी नहीं रहती पर अच्छी यादें हमेशा जिंदा रहती हैं!
3-: सितारों को भेजा है आपको सुलाने के लिए,
चाँद आया है लोरी गाने के लिए,
सो जाओ मीठे ख्वाबो में,
सुबह सूरज को भेजूंगा आपको जगाने के लिए!
4-: कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात!
चंद्रा भगत्
1-: पलकों में कैद कुछ सपने हैं,
कुछ बेगाने और कुछ अपने है,
ना जाने क्या कशिश है इन ख्यालो में,
कुछ लोग दूर हो के भी कितने अपने है.
2-: कोशिश करो कि ज़िन्दगी का हर लम्हा अच्छे से अच्छा गुजरे,
क्योंकि जिंदगी नहीं रहती पर अच्छी यादें हमेशा जिंदा रहती हैं!
3-: सितारों को भेजा है आपको सुलाने के लिए,
चाँद आया है लोरी गाने के लिए,
सो जाओ मीठे ख्वाबो में,
सुबह सूरज को भेजूंगा आपको जगाने के लिए!
4-: कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात!
चंद्रा भगत्
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