तेरा ख्याल...
बस चलते चलते तेरा ख्याल गया.।
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा..
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे ।
चित्रकार तुझे उस्ताद मानूँगा,
दर्द भी खींच मेरी तस्वीर के साथ।
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहौबत इतनी ,जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंगे ।
कुछ खास नही बस इतनी सी है मोहब्बत मेरी ..
हर रात का आखरी खयाल और हर सुबह की पहली सोच हो तुम ।
चलो माना कि हमें प्यार का इज़हार करना नहीं आता,
जज़्बात न समझ सको इतने नादान तो तुम भी नहीं।
सब सो गए अपना दर्द
अपनो को सुना के..
मेरा भी कोई अपना होता
तो मुझे भी नीद आ जाती ।
Mohan Negi ।
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