Tuesday, November 27, 2018

कुछ कर...

            कुछ कर तो सही...

 तू अपनी खूबियां ढूंढ ....
कमियां निकालने के लिए
*लोग हैं |*

अगर रखना ही है कदम....
तो आगे रख ,
पीछे खींचने के लिए
*लोग हैं |*

सपने देखने ही है .....
तो ऊंचे देख ,
निचा दिखाने के लिए
*लोग हैं |*

अपने अंदर
जुनून की चिंगारी भड़का ,
जलने के लिए
*लोग हैं |*

अगर बनानी है.....
तो यादें बना ,
बातें बनाने के लिए
*लोग हैं|*

प्यार करना है....
तो खुद से कर ,
दुश्मनी करने के लिए
*लोग है |*

रहना है....
तो बच्चा बनकर रह ,
समझदार बनाने के लिए
*लोग है |*

भरोसा रखना है....
तो खुद पर रख ,
शक करने के लिये
*लोग हैं |*

तू बस सवार ले खुद को...
आईना दिखाने के लिए
*लोग हैं |*

खुद की अलग पहचान बना....
भीड़ में चलने के लिए
*लोग है |*

तू कुछ करके
दिखा दुनिया को......
बस कुछ करके दिखा ,
तालियां बजाने के लिए
*लोग हैं .
                     Mohan negi

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