कटपुतली...
रंगमंच है जिंदगी
*किस्मत करवाती है*
*कटपुतली का खेल जनाब!*
*वरना,*
*ज़िन्दगी के रंगमंच पर कोई भी*
*कलाकार कमज़ोर नहीं होता!!*
*मिट्टी के दीपक सा*
*है ये जीवन..*
*तेल खत्म*
*खेल खत्म...*।
वक्त की एक आदत बहुत
अच्छी है,
जैसा भी हो, गुजर जाता है!
“कामयाब इंसान खुश
रहे ना रहे,
खुश रहने वाला इंसान कामयाब
जरूर हो जाता है।
आंसू जता देते है दर्द कैसा है।*
*बेरूखी बता देती है हमदर्द कैसा है ॥*
*घमण्ड बता देता है कितना पैसा है ।*
*संस्कार बता देते है परिवार कैसा है ॥*
*बोली बता देती है इंसान कैसा है ।*
*बहस बता देती है ज्ञान कैसा है।*
*नजरें बता देती है सूरत कैसी है ।*
*स्पर्श बता देता है नीयत कैसी है ॥*।
चंद्रा भगत ।
*किस्मत करवाती है*
*कटपुतली का खेल जनाब!*
*वरना,*
*ज़िन्दगी के रंगमंच पर कोई भी*
*कलाकार कमज़ोर नहीं होता!!*
*मिट्टी के दीपक सा*
*है ये जीवन..*
*तेल खत्म*
*खेल खत्म...*।
वक्त की एक आदत बहुत
अच्छी है,
जैसा भी हो, गुजर जाता है!
“कामयाब इंसान खुश
रहे ना रहे,
खुश रहने वाला इंसान कामयाब
जरूर हो जाता है।
आंसू जता देते है दर्द कैसा है।*
*बेरूखी बता देती है हमदर्द कैसा है ॥*
*घमण्ड बता देता है कितना पैसा है ।*
*संस्कार बता देते है परिवार कैसा है ॥*
*बोली बता देती है इंसान कैसा है ।*
*बहस बता देती है ज्ञान कैसा है।*
*नजरें बता देती है सूरत कैसी है ।*
*स्पर्श बता देता है नीयत कैसी है ॥*।
चंद्रा भगत ।
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