बस तेरा शौक....।
तेरा शौक ..
1-हम भी अक्सर फूलों की तरह तनहा रह जाते है , कभी खुद टूट जाते हैं , कभी लोग तोड़ जाते है
2-हमैं उन परिदों को कैद करना
हमारी फ़ितरत मै नही
जो हमारे दिल के पिजरे मै
रहकर। दूसरे के साथ उडने
का शोक रख़ते है
शौक़ से जाओ
3-मुझे रुलाकर सोना तेरी आदत
बन गई है
जिस दिन मेरी आँख ना खुलि
बेसक तुझको नींद से नफरत हो जाएगी
1-हम भी अक्सर फूलों की तरह तनहा रह जाते है , कभी खुद टूट जाते हैं , कभी लोग तोड़ जाते है
2-हमैं उन परिदों को कैद करना
हमारी फ़ितरत मै नही
जो हमारे दिल के पिजरे मै
रहकर। दूसरे के साथ उडने
का शोक रख़ते है
शौक़ से जाओ
3-मुझे रुलाकर सोना तेरी आदत
बन गई है
जिस दिन मेरी आँख ना खुलि
बेसक तुझको नींद से नफरत हो जाएगी
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