Sunday, June 10, 2018

बस तेरा शौक....।

          तेरा शौक ..


1-हम भी अक्सर फूलों की तरह तनहा रह जाते है ,  कभी खुद टूट जाते हैं , कभी लोग तोड़ जाते है


2-हमैं उन परिदों को कैद करना
   हमारी फ़ितरत  मै नही
   जो हमारे दिल के पिजरे मै
   रहकर। दूसरे के साथ उडने
   का शोक रख़ते है
   शौक़ से जाओ


 3-मुझे रुलाकर सोना तेरी आदत
    बन गई है
    जिस दिन मेरी आँख ना खुलि
    बेसक तुझको नींद से नफरत हो जाएगी

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